Breaking News
मुंबई, मुंबई के गोराई के ग्लोबल विपश्यना पैगोडा परिसर में 150 साल पुराने स्वयंभू देवस्थानम श्री वांगना देवी मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया। पीपल का प्राचीन पेड़ भी काट दिया गया। आरोप पैगोडा के ट्रस्टियों पर लगाया गया है।
पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। आरोप है कि ट्रस्टियों ने विध्वंस के लिए आवश्यक अनुमति नहीं ली थी। पैगोडा एस्सेल वर्ल्ड की भूमि पर है, जिसने इसे पैगोडा के ट्रस्टियों को सौंपा था। जबकि श्री वांगना देवी मंदिर को कई शताब्दियों पहले बनाया गया था।
हजारों भक्त इस मंदिर में नियमित रूप से पूजा करते रहे हैं। हालांकि पैगोडा बनते समय मंदिर को एस्सेल वर्ल्ड पार्किंग स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था। स्थानीय समुदाय ने इसे लेकर आपत्ति जताई थी। 2019 में प्राचीन मंदिर के संरक्षण पर चर्चा के लिए पैगोडा के ट्रस्टियों, पुलिस और एस्सेल वर्ल्ड प्रशासन के बीच बैठक हुई थी। निर्णय लिया गया कि मंदिर नहीं तोड़ा जाएगा। लेकिन 14 मई को मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता हरेश सुतार ने कहा कि, मंदिर को ध्वस्त किए जाने से भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। विपश्यना पैगोडा में लोग ध्यान लगाते हैं। इसका उद्घाटन आठ फरवरी 2009 को उस समय भारत की राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने किया था।
रिपोर्टर