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मुंबई : दूसरा प्रेम विवाह करने का विरोध करनेवाली दादी की हत्या करनेवाले आरोपी नाती का सुराग सात वर्ष बाद मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट-१० को लगा है। पुलिस ने सोशल मीडिया और मोबाइल नंबर के आधार पर इस हत्या का राज खोलते हुए नाती को कल्याण के नांदिवली से गिरफ्तार किया है।
मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट-१० के प्रभारी पुलिस निरीक्षक महेश कुमार ठाकुर ने शशिकला मारुति वाघमारे (७५) की हत्या करने के आरोप में सात साल बाद आरोपी नाती की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया है। अंधेरी (पूर्व) स्थित केबीएस कंपाउंड के गणपति चाल में १६ जून, २०१४ को शशिकला का शव सड़ी हुई हालत में पवई पुलिस को मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला की हत्या गला दबाकर किए जाने का खुलासा हुआ था। लेकिन कोई सुराग न मिलने से पुलिस आरोपी तक नहीं पहुच पा रही थी।
इस हत्या के मामले का पुलिस के पास कोई सुराग नहीं था। ऐसे में मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट-१० ने एपीआई धनराज चौधरी, गणेश तोड़कर, हवलदार धारकर, शेटे आदि की टीम बनाकर सात साल बाद अब जांच शुरू की। जांच के दौरान परिवार वालों और आसपास के लोगों से संपर्क किया गया। लोगों ने बताया कि हत्या के कुछ दिन बाद से ही उनका नाती गायब है और पत्नी और रिश्तेदारों के साथ ही किसी के संपर्क में नहीं है।
पुलिस ने सबसे पहले नाती के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच की, जिस पर वो काफी वर्षों से एक्टिव नहीं था। लेकिन अचानक कुछ दिन पहले उसने अपने एक रिश्तेदार से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया था। पुलिस ने इसी सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी पहचान की और इसके साथ ही उसका लोकेशन भी पुलिस को मिल गया कि वो इस वक्त कल्याण में रह रहा है।
ग्राहक बनकर पुलिस ने कल्याण के हर क्षेत्र में घूमकर सबसे पहले उसके बारे में पूरी जानकारी निकाली। पुलिस को जानकारी मिली कि वह पेंटिंग का काम करता है। यहीं से उसका नंबर भी मिला। लेकिन आरोपी अनजान नंबर उठाता नहीं था। इसके लिए पुलिस ने ग्राहक बनकर दूसरे के माध्यम से उसे पेंटिंग के लिए बुलाया। नाती के आते ही पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। पूछताछ में नाती ने बताया कि दादी उसके दूसरे प्रेम विवाह करने पर विरोध कर रही थी और विवाह के बाद पत्नी को भड़का रही थी। इसी के कारण गुस्से में आकर उसने दादी की हत्या कर दी।
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