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मुंबई। अभी हॉल ही में शिंदे-फडणवीस सरकार ने जिलों के पालक मंत्रियों की नियुक्ति की है। खास बात यह है कि छह जिलों के लिए सिर्फ एक पालक मंत्री को नियुक्त किया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने सरकार के इस निर्णय पर चुटकी लेते हुए सवाल किया कि क्या वे पालक मंत्री हैं या स्पाइडरमैन? जो एक साथ छह जिलों की जिम्मेदारी संभाल सकता है।
पटोले ने कहा कि राज्य सरकार के अंदर चल रहे विवाद का खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ेगा। सरकार पहले ही स्वीकृत विकास कार्यों को स्थगित कर चुकी है, राज्य के कई जिलों में सड़कों का बुरा हाल है। सड़क पर गड्ढे हैं, या गड्ढों में सड़क हैं। इसका पता नहीं चल पा रहा है। पटोले ने कहा कि उन्होंने अमरावती, अकोला समेत राज्य के कई जिलों का दौरा किया था। बारिश से किसानों को भारी नुकसान होने के बाद भी पंचनामा का काम अभी तक पूरा नहीं किया गया है। सोयाबीन, सब्जियां और बाग की फसलें बर्बाद हो गई है, लेकिन सरकार की तरफ से किसानों को अभी तक मदद नहीं मिली है। इससे साफ़ पता चलता है कि राज्य सरकार किसान विरोधी है।
पटोले ने कहा कि शाहू, फुले, आंबेडकर की धरती से संबंध रखने वाले राज्य के मुख्यमंत्री खुलेआम कहते हैं कि वे मोदी-शाह के मुरीद बन गए हैं। वहीं महाराष्ट्र से उद्योग और निवेश को गुजरात भेजा जा रहा है। उन्होंने पूछा है कि क्या महाराष्ट्र के दो मंत्री राज्य के उद्योग को गुजरात भेजने के लिए वहां चर्चा करने के लिए गए थे। पटोले ने राज्य सरकार से इसका जवाब मांगा है।
नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो पदयात्रा को लोगों से जबरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है। इस पदयात्रा में महाराष्ट्र के जिले से भी बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे। वाम दलों, सामाजिक संगठनों ने भी इस मार्च को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। हम भाजपा को छोड़ अन्य पार्टियों को भी इस पदयात्रा में बुलाने की कोशिश कर रहे हैं।
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