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मुंबई : महानगर में पिछले डेढ़ महीने में डेंगू और मलेरिया के बढ़े मामले को देखते हुए मनपा सतर्क हो गई है। मनपा ने पहली बार डेंगू और मलेरिया के मच्छरों को मारने के साथ उनके लार्वा को नष्ट करने के लिए आधुनिक तकनीकी का उपयोग किया है। मुंबईकरों को मलेरिया और डेंगू से बचाने के लिए मनपा ने ड्रोन का इस्तेमाल शुरू किया है। जैसे डेंगू का मच्छर लोगों को डंक मारता है, वैसे ही अब मनपा ड्रोन के सहारे मच्छरों को ‘डंक’ मार कर नष्ट कर रही है। सीएसआर फंड से खरीदे जानेवाले इस ड्रोन की कीमत ७ लाख रुपए बताई जा रही है। इसकी सहायता से मच्छरों को मारनेवाली कीटनाशक दवाई का छिड़काव कोने-कोने में कर पाना संभव है। यह दावा मनपा अधिकारियों ने किया है। मनपा ने इसके लिए सोमवार को मुंबई के धोबी घाट, परेल, वर्ली आदि इलाके में ड्रोन से टैरेस, मिलों की छतों पर कोने-कोने में छुपे मच्छरों को ड्रोन की मदद से नष्ट भी किया। इस मौके पर महापौर किशोरी पेडणेकर सहित जी-साउथ वार्ड के अधिकारी शरद उघड़े और उनकी टीम उपस्थित थी।
महानगर में डेंगू और मलेरिया बीमारी से निपटने के लिए ड्रोन से मच्छरों को मारने की योजना को मनपा तेजी से बढ़ाएगी। इसकी विशेषताओं को देखते हुए अब प्रत्येक वार्ड में इसकी मांग होने लगी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रत्येक ड्रोन की कीमत ७ लाख रुपए है। सीएसआर फंड से इसे लिया गया है। बैटरी से चलनेवाला ड्रोन एक साथ में १० लीटर कीटनाशक दवाई लेकर उड़ान भर सकता है। ऐसे में बड़े-बड़े, ऊंची-ऊंची गोदामों और टैरेस पर जमा पानी में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा सकेगा। मच्छरों के प्रजनन स्थल को नष्ट किया जा सकेगा।
महापौर किशोरी पेडणेकर ने भी ड्रोन से दवाई के छिड़काव वाले क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने कहा कि छतों पर पानी जमा होने के कारण मच्छरों के लिए एक प्रजनन स्थल बन जाता है। पूरे मुंबई में मनपा कर्मचारी अभियान चलाकर लार्वा और मच्छर को नष्ट कर रहे हैं। महापौर ने कहा कि एक मच्छर तीन किलोमीटर के दायरे में बीमारी पैâला सकता है इसलिए नागरिकों को भी सावधानी बरतनी चाहिए। ड्रोन से मच्छरों को मारने की आधुनिक तकनीक खूब जंच रही है। इससे बड़ी संख्या में मच्छरों और उनके लार्वा को नष्ट करने का परिणाम दिख रहा है। जिसे देखते हुए नगरसेवकों ने अपने वार्ड में इसकी मांग की है। लेकिन मनपा सभी वार्डों में एक-एक ड्रोन उपलब्ध कराएगी।
चूंकि अगस्त से डेंगू के मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है इसलिए मनपा ने नागरिकों से मच्छरों से बचने के लिए बेड नेट का उपयोग करने और उचित कपड़े पहनने जैसी सावधानी बरतने का आग्रह भी किया। इस साल २९ अगस्त तक शहर में मलेरिया के ३,३३८ मामले सामने आए थे, जिनमें से ७९० मामले अगस्त में सामने आए। २०२० में डेंगू के मामले घटकर १२९ हो गए लेकिन इस बार २९ अगस्त तक शहर में डेंगू के २०९ मामले सामने आए, जिनमें से १३२ मामले अगस्त में सामने आए थे। ड्रोन से कीटनाशक दवाई छिड़कने का मुंबई मनपा का यह पहला प्रयोग है। इससे बंद मिलों, दुकानों, जर्जर इमारतों की छतों पर टायर, बोतल, प्लास्टिक जैसे कई स्थानों पर जमा पानी में कीटनाशक दवाई छोड़ी जा सकती है। महापौर किशोरी पेडणेकर ने कहा कि इसका फायदा बहुत है। जहां किसी कारणवश मनपा का कर्मचारी नहीं पहुंच सकता है, वहां भी यह ड्रोन जाकर मच्छरों को मार गिराएगा।
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