Breaking News
मुंबई, मानसून से पहले मुंबई की सड़कों पर गड्ढे न होने के लिए मनपा ने जमकर तैयारियां की थीं जिस पर सैकड़ों करोड़ रुपयों का ठेका निजी कंपनियों को दिया था। मानसून शुरू होते ही मुंबई की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे ही गड्ढे दिख रहे हैं, जिसे लेकर मनपा की कार्यप्रणाली पर प्रपंच शुरू हो गया है। मनपा की सड़कों पर हो रहे गड्ढों से परेशान जनता सोशल मीडिया पर जमकर शिकायत कर रही है। हालांकि, जनता के एक्शन पर मनपा रिएक्शन देने में भी रुचि नहीं दिखा रही है, जिसके चलते लोग मनपा के टोल प्रâी नंबर पर भी शिकायत कर रहे हैं।
मुंबई में बारिश के १० दिनों के अंदर ही सड़कों पर गड्ढे दिखने लगे और गड्ढों की शिकायतें आने लगी हैं। इस मामले में लोग सोशल मीडिया पर वीडियो, फोटो आदि वायरल कर रहे हैं। पिछले १० दिनों में लगभग २०० शिकायतें मिली हैं, जिनमें से ४० प्रतिशत गड्ढों को भरा गया है, ऐसा दावा अधिकारियों की ओर से किया जा रहा है। मनपा को सबसे ज्यादा शिकायतें मालाड और बोरीवली से मिली हैं। पिछले साल गड्ढों को भरने के लिए कोल्ड मिक्स का ठेका दो साल के लिए दिया गया था। हालांकि, यह इस साल भी लागू है और दो नई तकनीकों का भी उपयोग किया जाएगा।
हर साल बारिश के मौसम में मुंबई की सड़कों पर गड्ढे हो जाते हैं और इस वजह से मनपा को काफी आलोचना का सामना करना पड़ता है। इस साल विभाग ने मुंबई की सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए २२६ करोड़ रुपए का काम ठेकेदारों को दिया है। मनपा ने सड़कों पर गड्ढे और ऊबड़-खाबड़ पैच भरने के लिए कई अलग-अलग ठेके दिए हैं। विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
रिपोर्टर