Breaking News
मुंबई, पाकिस्तान के कई शहरों में आईएसआई ने कॉल सेंटर बनाए हैं। इसके जरिए हिंदुस्थान में संवेदनशील संस्थानों में काम कर रहे अधिकारियों को हनीट्रैप में फंसाने के लिए सैकड़ों की संख्या में लड़कियों को भर्ती किया गया है। जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के लाहौर, रावलपिंडी कराची और इस्लामाबाद जैसे शहरों में कॉल सेंटर ऑपरेट किए जा रहे हैं।
देश की खुफिया एजेंसियों ने पिछले महीने ही खुलासा किया था कि कराची के कॉल सेंटर से फर्जी कॉल कराकर हिंदुस्थानी सुरक्षाबलों को हनीट्रैप के जाल में फंसाने की साजिश रची जा रही है। आईएसआई हिंदुस्थानी रक्षा संस्थाओं से जुड़े अधिकारियों और जवानों को हनीट्रैप में फंसाने के लिए अपने ऑपरेशन में तेजी लाई है। पिछले दिनों डीआरडीओ के एक साइंटिस्ट की हनीट्रैप के आरोप में हुई गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियों ने यह बड़ा खुलासा किया था।
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई अब यूपी पुलिस को टारगेट कर रही है। हिंदुस्थानी खुफिया एजेंसियों ने इसकी भनक लगते ही अलर्ट जारी कर दिया है।आईएसआई की विंग पीआईओ इस काम को अंजाम दे रही है। इसके तहत यूपी पुलिस के अफसरों और उनके परिवारों को हनी ट्रैप में फसाने की कोशिश की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार इंटेलिजेंस मुख्यालय ने इस संबंध में सभी पुलिस कमिश्नर, जिलों के एसपी, आईजी रेंज, एडीजी जोन के साथ-साथ पुलिस विंग के सभी चीफ को पत्र भेजकर अलर्ट कर दिया है। पत्र में बताया गया है कि हिंदुस्थानी मोबाइल नंबरों से सुंदर महिलाओं की तस्वीरों का इस्तेमाल कर सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर अफसर और उनके परिवारों को फंसाने की कोशिश की जा रही है। इसके बाद उनसे देश की सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी जुटाने की कोशिश हो रही है। इसलिए सभी अधिकारी अपनी यूनिट के कर्मचारियों को हनीट्रैप को लेकर अलर्ट करें। जानकारी के मुताबिक स्पाइवेयर लिंक के जरिए इन्फेक्टेड फाइल भेजकर डाटा हैकिंग की जा रही है। सोशल मीडिया पर बिना जान पहचान वाले लोगों से संपर्क को लेकर अफसरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसी फर्जी प्रोफाइल को पहचानने और बचने के तरीके भी पत्र में बताए गए हैं। जानकारी मिली है कि पुलिस के जवानों को फंसाने के लिए पीआईओ ने फेसबुक, व्हॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और लिंक्डइन पर तमाम फर्जी प्रोफाइल बनाए हैं।
रिपोर्टर