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मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव की वजह से बंगाल के
कृषकों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे पूरे राज्य में सब्जियों की
कीमतों में भारी उछाल आया है। हरी सब्जियों के दाम बढ़ने से किचन का बजट बिगड़ गया
है। सब्जियों की कीमतें बढ़ने से इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ रहा है।
सब्जियों के दाम इन दिनों आसमान छू रहे हैं, लगभग सभी सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी
हुई है। गत दिनों जो सब्जियां 70 से 80 रुपये प्रति किलो तक बिक रही थीं, वही अब इनकी कीमत करीब 100 से 120 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गयी है। माना यह भी जा रहा है की
मंडी में आवक कम होने की वजह से भी सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।
क्या
कहा दुकानदारों ने
मुकेश
कुमार ने सन्मार्ग से कहा कि सही मात्रा में बारिश नहीं होने की वजह से सब्जियों
के दाम बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि सब्जियों के दाम में वृद्धि होने की वजह से
बिक्री भी लगभग 25% प्रभावित
हुई है। विक्रेता देबु ने कहा कि मौसम में लगातार बदलाव होने की वजह से सब्जी के
दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वह डायमंड हार्बर से सब्जियां मंगवाते हैं।
विक्रेता मनोरंजन कुमार ने कहा कि आने वाले कुछ दिनों तक सब्जियों के दामों के कम
होने की उम्मीद नहीं लग रही है। बता दें कि परवल और भिंडी के दाम में कोई बदलाव
नहीं हुआ है।
क्या
कहना है गृहिणियों का
सब्जियों
की कीमत बढ़ जाने से खासकर महिलाओं को किचन का बजट मेंटेंन करने में काफी परेशानी
होती है। ऐसे में प्रीति सिन्हा ने कहा कि हरी सब्जियों के दाम में वृद्धि होने से
खाने में चना, मूंग, सोयाबीन इत्यादि का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। साथ ही इस विषय
पर आभा अग्रवाल जो एक टिफिन सर्विस चलाती हैं, उन्होंने कहा कि मुझे प्रतिदिन
ज्यादा मात्रा में सब्जियों की खपत होती है। ऐसे में सब्जियों के दाम बढ़ जाने से
किचन का बजट फेल हो जाता है और टिफिन सर्विस चलाने में घाटा होता है।
रिपोर्टर