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मुंबई, रेल पटरियों के पास गड्ढे में मिली अज्ञात लाश की गुत्थी रेलवे पुलिस क्राइम ब्रांच ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग दिव्यांग एवं एक ऑटोरिक्शा चालक को गिरफ्तार किया है। मृत युवक की दबंगई से परेशान होकर दोनों आरोपियों ने ‘हाथ मिलाकर’ अर्थात दोस्त बनकर उक्त वारदात को अंजाम दिया था।
बता दें कि वाशी रेलवे पुलिस को वाशी-सानपाड़ा रेलवे स्टेशन के दरम्यान पाम बीच ब्रिज के पास स्थित गड्ढे में एक अज्ञात शव मिला था। २४ अप्रैल को मिली अनुमानत: ३० वर्षीय उक्त अज्ञात युवक की हत्या पत्थर से मार कर किए जाने का अनुमान पुलिस ने प्रारंभिक छानबीन के बाद लगाया था। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अरशुद्दीन शेख के मार्गर्दशन तथा एपीआई सचिन लोखंडे, हेमराज साठे के नेतृत्व में रेलवे क्राइम ब्रांच की टीम ने शव की शिनाख्त के लिए आस-पास के पुलिस थानों के गुमशुदा लोगों के रिकॉर्ड खंगाले, तो २३ वर्षीय जितेश बनसोडे नामक एक गुमशुदा शख्स का हुलिया पाम बीच ब्रिज के पास मिले शव से मिलता-जुलता पाया गया। शव जितेश का ही होने की पुष्टि के बाद रेलवे पुलिस ने उसकी पृष्ठभूमि खंगाली और उसके दोस्तों-दुश्मनों के बारे में जानकारी जुटाई तथा तकनीकी सबूतों की मदद से ऐरोली क्षेत्र के एक ऑटोरिक्शा चालक को हिरासत में लिया। पूछताछ में रिक्शाचालक ने बताया कि जितेश ने एक साल पहले उसके गाल पर वार किया था। जिसकी खुन्नस उसके मन में थी। करीब महीने भर पहले उसने क्षेत्र में रहनेवाले एक दिव्यांग किशोर की मौसेरी बहन को जितेश ने छेड़ा था। इस वजह से उक्त १६ वर्षीय दिव्यांग किशोर भी जितेश को सबक सिखाना चाहता था। इसी खुन्नस में दोनों बहाने से जितेश को रेल पटरियों के पास स्थित पाम बीच ब्रिज के पास ले गए और वहां धोके से उसे गड्ढे में ढकेलने के बाद ऊपर से पत्थर मार-मार कर जितेश को मौत के घाट उतार दिया था।
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