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सेहत के लिए सुकून-भरी और अच्छी गहरी नींद बहुत जरूरी है. जो लोग अच्छी नींद लेते हैं उनका दिमाग शांत रहता है. पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और इम्यून सिस्टम की क्षमता भी बढ़ती है. आपके स्वास्थ्य के लिए गहरी नींद बेहद अहम है. कम नींद के कारण कई तरह की परेशानियां होने लगती हैं. जिन लोगों को अच्छी नींद नहीं आती है उन्हें डायबिटीज,
स्ट्रोक और मोटापे का खतरा ज्यादा रहता है.ऐसा कई बार होता है जब जल्दी नींद नहीं आती है और नींद बार-बार टूटती रहती है. वहीं कुछ लोग गहरी नींद नहीं आने की वजह से परेशान रहते हैं. ज़रा सी आहत से उनकी नींद खुल जाती है. अगर आपके साथ भी ऐसी ही समस्या है तो कुछ उपाय आपको जरूर करने चाहिए.
गहरी नींद के लिए उपाय
- गुनगुने पानी से नहाएं- अगर आपको रात में नींद नहीं आती या फिर गहरी नींद नहीं सोते हैं तो सोने से पहले गुनगुने पानी से नहा लें. इससे आपकी तंत्रिकाओं और मांसपेशियों को आराम मिलेगा. आप काफी रिलेक्स महसूस करेंगे और इससे आपको अच्छी नींद आएगी. रात को नहाने से बॉडी टेपंरेचर कम हो जाका है जिससे नींद जल्दी आती है. गुनगुने पानी से नहाने से आप रिलेक्स फील करेंगे.
अकेले सोएं- अगर आपको रोशनी,
आवाज और टेंपरेचर की वजह से ठीक से नींद नहीं आती है, तो आप अकेले सोने की कोशिश करें. अक्सर ऐसा होता है कि आपके पार्टनर को ज्यादा ठंडा या गरम पसंद हो सकता है जो आपकी नींद नहीं आने की वजह हो सकती है. इसलिए आप अपने टेंपरेचर के हिसाब से कमरे को रखें और आराम से सोएं. अगर आपका साथी खर्राटें लते है तो आपको सोने में मुश्किल हो सकती है. इसलिए बेहतर होगा आप अलग सोएं.
दिन में एक झपकी लें- जो लोग रात में ठीक से सो नहीं पाते हैं उन्हें दिन में एक नैप जरूर लेनी चाहिए. भले ही आप दिन में सिर्फ 10 से 20 मिनट की नींद लें, लेकिन इससे आपका मूड फ्रेश रहेगा और आपका काम में भी मन लगेगा.
दिन की नींद से थकान और चिड़चिड़ापन भी दूर होगा.
सोने से पहले व्यायाम न करें- अच्छी नींद के लिए आप एक्सरसाइज के तुरंत बाद न सोएं. आपकी एक्सरसाइज और नींद में कम से कम 3 घंटे का गैप होना चाहिए. हालांकि कुछ लोगों को लगता है कि व्यायाम करने के बाद माइंड रिलेक्स हो जाता है और नींद अच्छी आती है. लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि एक्सरसाइ करने के तुरंत बाद कभी भी सोने की कोशिश न करें.
खाने में लाएं बदलाव- अगर आपको जल्दी नींद नहीं आती है या फिर नींद बार-बार टूटती है तो खाने के करीब 3-4 घंटे बाद सोएं. जो लोग खाना खाते ही सो जाते हैं उनके पेट में मौजूद एसिड शरीर की फूड पाइव में पहुंच जाता है. इससे सीने में जलन होने लगती है और गैस की समस्या हो सकती है. इसके अलावा सोने से पहले चाय या कॉफी का सेवन न करें.
जब आप अच्छी नींद नहीं लेते हो और ऐसा कई दिनों तक चलता है, तो इसका असर आपकी याद्दाश्त पर भी पड़ने लगता है। छोटी-छोटी चीजों को याद करने में दिक्कत आती है। कौन-सा सामान कहां रखा है या किस मीटिंग में कितने बजे पहुंचना है, इस तरह की चीजें भी लोग भूलने लगते हैं। वहीं, अगर अच्छी नींद ली जाए, तो इन समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
अपर्याप्त नींद के कारण, किसी भी तरह की एक्टिविटी में हिस्सा लेने का मन नहीं करता। जैसे, एक्सरसाइज और योगा। फिजिकल एक्टिविटी कम होने के कारण कई अन्य सेहत से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। इससे क्वालिटी लाइफ भी इफेक्ट होती है। जब आप अच्छी नींद लेंगे, तो एक्सरसाइज कर खुद को फिट रखने की कोशिश करेंगे और डाइट पर भी ध्यान देंगे।
जब आप अच्छी और गहरी नींद नहीं लेते हैं, तो इस मन-मिजाज पर भी बुरा असर पड़ता है। कई बार नींद की कमी के कारण उदासीनता, निराशा और गुस्सा भी बढ़ जाता है। यही नहीं, अगर व्यक्ति पहले से किसी समस्या से परेशान है, तो उसका स्ट्रेस बढ़ सकता है या उसे एंग्जाइटी हो सकती है।
कई लोग पूरे दिन सूरज के संपर्क में नहीं आते हैं, जिस कारण रात को अच्छी नींद लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपने शरीर को सही तरह से काम करने के लिए जरूरी है कि रोजाना 20 से 30 मिनट धूप में गुजारे। इससे आपकी सर्कैडियन लय को सही करने में मदद मिलेगी और रात को अच्छी नींद आएगी।
कई लोगों की आदत बन गई है देर रात तक टीवी देखने या मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने की, जिस कारण रात को सोने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। हमारा शरीर करीब रात 9 बजे नींद का हार्मोन मेलाटोनिन छोड़ता है। अगर आप उस समय और उसके बाद फोन या टीवी में व्यस्त हैं, तो आप अपने नींद चक्र को खराब कर सकते हैं।
हमारे शरीर को नींद के हार्मोन मेलाटोनिन बनाने के लिए सेरोटोनिन हार्मोन की जरूरत होती है। ऐसे में शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन की कमी के कारण नींद बाधित हो सकती है। अवसादग्रस्त न्यूरोट्रांसमीटर अक्सर अनिद्रा और नींद से जुड़ी समस्या का कारण बन सकती है।
आपके शरीर में एसिड की कम मात्रा होने के कारण भी नींद बाधित हो सकती है। शरीर में एसिड कम होने के कारण सेरोटोनिन के द्वारा मेलाटोनिन हार्मोन बनाने की क्षमता कम हो जाती है, जिस कारण रात को अच्छे से सोने में परेशानी हो सकती है।
शरीर में तनाव हार्मोन बढ़ने के कारण मेलाटोनिन हार्मोन कम हो जाता है। मेलाटोनिन हार्मोन, जो अच्छी नींद के लिए जरूरी होता है, के काम होने पर आपकी नींद बाधित हो सकती हैं। इसलिए बेहतर नींद लेने के लिए जरूरी है कि आप अपने तनाव हार्मोन्स को कम करें।
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